बीएसएफ के जवानों को उनकी राष्ट्रसेवा, समर्पण के लिए नमन: ताम्रध्वज साहू



सीमा सुरक्षा बल के स्थापना दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू


 


बीएसएफ के जवानों को उनकी राष्ट्रसेवा, समर्पण के लिए नमन: ताम्रध्वज साहू


 


 


सीमा सुरक्षा बल (Border Security Force) द्वारा अपना 56 वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है।प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू नवा रायपुर में BSF के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। भारत-पाकिस्तान और भारत-चीन युद्धों के बाद, बीएसएफ का गठन 01 दिसंबर, 1965 को एक एकीकृत केंद्रीय एजेंसी के रूप में किया गया था, ताकि भारत की सीमाएँ और उससे जुड़े मामलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है। 


गृहमंत्री साहू ने बीएसएफ के जवानों को उनकी राष्ट्रसेवा, समर्पण के लिए नमन' करते हुए कहा कि बीएसएफ को भारतीय क्षेत्रों की "रक्षा की पहली दीवार" का कहा जाता है। बीएसएफ ने देश को बचाने और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नागरिकों की सहायता करने की अपनी प्रतिबद्धता पर अटूट विश्वास करते हुए खुद को एक बहादुर बल के रूप में प्रतिष्ठित किया है। बीएसएफ पर भारत को गर्व है। छत्तीसगढ़ राज्य में भी नक्सल विरोधी अभियान में बी.एस.एफ. की अहम भूमिका है। कार्यक्रम में ACS होम सुब्रत साहू ,BSF के ADG एस. एल. था ओसन, SDG आर के विज, SDG अशोक जुनेजा सहित BSF के IG सहित सम्माननीय अधिकारी उपस्थित रहे।