तैयार रहें लॉक डाउन 3.0 के लिए क्योकि 3 मई को नहीं मिलेगी राहत,  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आर्थिक दबाव को मानने को तैयार नहीं हैं...


तैयार रहें लॉक डाउन 3.0 के लिए क्योकि 3 मई को नहीं मिलेगी राहत,  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आर्थिक दबाव को मानने को तैयार नहीं हैं...प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की. इस बैठक में पीएम मोदी ने लॉकडाउन खोलने को लेकर चर्चा की. जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लॉक डाउन खोलने के लिए एक नीति तैयार करने की बात भी कही है. उन्होने राज्य सरकारों से इस पर विस्तार से योजना बनाने को कहा है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बातचीत से यह बात बिल्कुल स्पष्ट हो गई है कि 3 मई को देश भर में लागू लॉक डाउन नहीं खोला जाएगा. हांलाकि इस बात के संकेत हैं कि लॉक डाउन 3.0 में कुछ छूट अवश्य दी जा सकती है. लेकिन फ़िलहाल जिन इलाक़ों को रेड ज़ोन में रखा गया है वहां किसी तरह की ढील नहीं दी जाएगी. ख़बरों के अनुसार 3 मई को या उससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फिर से देश के लोगों को संबोधित कर सकते हैं. इस संबोधन में प्रधानमंत्री कोरोनावायरस के मद्देनज़र अलग अलग क्षेत्रों के लिए आर्थिक पैकज की घोषणा भी कर सकते हैं. इसके अलावा ट्रेन, मेट्रो ट्रेन या सरकारी बस सेवाओं के खुलने की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो संकेत दिए हैं. वो आर्थिक दबाव में फ़िलहाल लॉक डाउन खोलने के पक्ष में नहीं हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में कहा कि राज्य सरकार अपनी नीति तैयार करें. नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह हर राज्य को अपने यहां के हालात देख कर तया करना है कि किस तरह लॉकडाउन को खोला जाए. उन्होने कहा कि राज्य सरकारें इसमें रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन में को ध्यान में रख कर एक योजना तैयार करें. उन्होने कहा कि जिन राज्यों में अधिक केस है, वहां लॉकडाउन जारी रखा जाए, जिन राज्यों में केस कम है वहां उन ज़िलों में राहत दी जाएगी. आंकड़ों के हिसाब से अभी करीब 170 से अधिक जिले रेड जोन में शामिल हैं. ख़बरों के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अर्थव्यवस्था को लेकर अभी हालात बेक़ाबू नहीं हुए हैं और पहले कोरोनावायरस से निपटना है.
कोरोनावायरस संकट की वजह से देश में 3 मई तक का लॉकडाउन लागू है. इस बीच आगे की रणनीति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की. इसमें कई राज्यों की ओर से लॉकडाउन को आगे बढ़ाने और फेज़ वाइज़ लॉकडाउन हटाने का प्रस्ताव रखा.


कोरोना वारियर्स का बढ़ाएं हौसला- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्रियों के बीच ये बैठक करीब तीन घंटे तक चली. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि राज्य सरकारों ने अच्छा काम किया है, लॉकडाउन की वजह से हमें लाभ मिला है. इस बैठक में प्रधानमंत्री ने उन लोगों का हौसला बढ़ाने को भी कहा जो आवश्यक सेवाओं को चालू रखने में जुटे हुए हैं. यह भी ख़बर है कि ज़्यादातर मुख्यमंत्रियों ने भी कहा है कि एक दम से लॉकडाउन को हटाना खतरनाक साबित हो सकता है, ऐसे में केंद्र सरकार को लॉकडाउन को लेकर अलग-अलग राज्यों के लिए अलग अलग नीति बनानी चाहिए ।